माँ ! क्या देश के सैनिक ही देश प्रेमी कहलाये है,
हम सब क्या देश को सच्चे मन से नहीं चाहतें है|
क्या करूँ मैं ऐसा जिससे मैं भी देश प्रेमी केहलायुं,
सब देखे मुझें भी गर्व से और मैं इठलायुं |
सोच विचार कर माँ बोली तुम भी हो देश प्रेमी,
बस कुछ काम तुम भी करो और बनो सयानी|
जैसे अपने देश को स्वच्छ रखना पेहला काम,
इसे अपनाओ और दूसरो को भी दो तुम यह ज्ञान |
दूसरी बात,तुम सदा रखो देश के सविधान का मान,
दूसरों की स्वतंत्रता और निजी बातोँ को दो समांतर मान |
देश के कानून का तुम करो सही इस्तेमाल
तो यह होगा तुम्हारा देश को दिल से सलाम |
देश की सेवाओं का तुम करो सही उपयोग ,
और देखो कोई करे ना इनका दुरुपयोग |
हर सेवा का एक है मक्सद और अनोखा मोल,
यह तीसरी बात बनाए तुम्हारा रिशता देश से अनमोल |
हम देश के लिए और देश हमारे के लिए,
बान्ध लो इस बात की गाँठ |
कोई दुश्मन या ढोंगी ना हिला पाए ,
यह सान्झा मजबूत हाथ |
इन बातों का रखोगी ध्यान सदा,
तो देश प्रेमी का ताज़ पहनोगी हमेशा |
अपनाकर माँ की बातें मैं बनी सयानी,
अब मैं भी केहलायुंगी देश की सैनानी,
अब मैं भी केहलायुंगी देश की सैनानी |
Sharing this poem that inculcates love for country and respect towards the services provided by the country. Make your children a responsible citizen of India and give them few pointers to be a proud INDIAN.
Wishing you all HAPPY INDEPENDENCE DAY.
@Meenal
Nice poem. Simple words expressing a meaningful thought. I too have started my poetry blog. The URL is https://rhymingexpressions.blogspot.com Do have a look and share your comments.
ReplyDeleteVery nice poem, loved it.
ReplyDeleteYes. Every indian is a soldier. With simple steps they can serve the nation making it better. Lovely poem
ReplyDeleteVery nice poem. We have to be responsible in our own small ways. Only then can we see a beautiful and cleaner country. Right now many relatives don't want to stay or visit India as it is dirty.
ReplyDeleteThis is such a nicely written poem, we all need to take care of the country like our own house. Simple yet poignant words.
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